गीत: “पाँच कोशों की साधना”

गीत: “पाँच कोशों की साधना” (ताली – 8 मात्रा, राग – यमन/भैरवी शैली, गति – मध्यम) (मुखड़ा) पाँच कोशों की साधना, जीवन बने मधुर गाथा। तन, प्राण, मन से होकर, पहुँचे आत्मा की छाता।।   (अंतरा 1 – अन्नमय कोश) शुद्ध अन्न से तन पावन होवे, उपवास से चेतन जगे। आसन से बहती प्राण तरंगें, …

📖 पाँच शरीरों की कहानी – “मोबाइल की आत्म-यात्रा”

एक बार की बात है…राज नाम का एक लड़का नया मोबाइल खरीदकर बहुत खुश था। चमचमाता हुआ फोन उसके हाथ में था, और वह सोच रहा था कि अब वह इससे दुनिया से जुड़ सकेगा, गेम खेल सकेगा, पढ़ाई कर सकेगा, और दोस्तों से बातें कर सकेगा। लेकिन उसे ये नहीं पता था कि यह …